Simple Resistor - Hindi
रेसिस्टेन्स किसे कहते है
रेसिस्टेन्स रेसिस्टर का एक गुण है
करंट के मार्ग में बाधा उत्पन करने वाले को ही रेसिस्टेन्स करते है। इस को R से प्रदर्शित करते है इसका मात्रक Ω है।
किसी चालक की चौड़ाई बढने पर रेसिस्टेन्स काम होता है औऱ लम्बाई बढ़ने पर रेसिस्टेन्स बढ़ता हैं।
किसी भी चीज का रेसिस्टेन्स उसमे उपस्थित फिरी इलैक्ट्रॉन पर निर्भर करता है।
अगर हम इलैक्ट्रॉन की तुलना आम आदमी से करते है तो आदमी के चलने की प्रक्रिया को करंट कह सकते है। और आदमी को चलने के लिए जिस ताकत या बल की जरुरत पड़ती है उसे वोल्टेज या (E.M.F) कह सकते है। आदमी के चलने में जो वस्तुये बाधा उत्पन करती है जैसे गुत्वाकर्षण बल वायु का प्रतिरोध बल आदि को रेसिस्टेन्स कह सकते है।और आदमी की सख्या और उनकी चलने की स्पीड से जो कार्य किया जा सकता है उसे वेटेज कह सकते है।
आदमी के शरीर का रेसिस्टेन्स 50000 ओम और पानी में भीगे शरीर का रेसिस्टेन्स 10000 ओम होता है।
रेसिस्टेन्स मुख्यतः निम्न प्रकार के होते है।
1 -कार्बन रेसिस्टर्स (Carbon Resistors)
2 -टेप्ड रेसिस्टर (Tapped Resistor )
3 -डजस्टेबिल रेसिस्टर (Adjustable Resistor )
4 -रिहोस्टेट रेसिस्टर (Rheostat Resistor )
कार्बन प्रतिरोध और उसकी कलर कोडिंग ?
'कार्बन प्रतिरोध एक ऐसी युक्ति है जो किसी इलैक्ट्रिक या इलैक्ट्रॉनिक (electronic) सर्किट में करंट को कंट्रोल करती है या वोल्टेज का डिस्ट्रीब्यूशन करती है ।''
जो कि ओम के नियम V = I R निर्धारित किया जाता है ।
वोल्टेज का डिस्ट्रीब्यूशन (distribution of voltage) या करंट को कंट्रोल करने के लिए ही प्रतिरोध का प्रयोग किया जाता है |
सर्किट्स में प्रतिरोध को व्यक्त करने के लिए इस प्रकार के निशानों का उपयोग किया जाता है
ये इसकी कोडिंग है इसके हर एक रंग से एक कोड बनता है जिससे ये पता चलता है कि इसका कितना प्रतिरोध(resistence) है
सबसे पहले ये टेबल देखिए ---
अब मान लीजिए आपकी टोर्च में एक कार्बन रजिस्टर इस प्रकार का निकला --------
इसमें चार रंग हैं
पहला yellow ( कोड 4) पहला डिजिट
दूसरा voilet ( कोड 7) दूसरा डिजिट
तीसरा brown ( 10 से गुणा करें ) ......चार बैंड वाले रजिस्टर में तीसरा मल्टीप्लायर होता है
चौथा gold ( ये इसका टोलरेंस है जो कि 5% है )