What is Capacitor - Hindi
कापसिटर किसे कहते है ?
धातु कि दो प्लेटो के बीच कोई कुचालक पदार्थ रखकर, प्लेटो में से एक-एक तार निकल दिया जाएँ तो इस तरह बने डिवाइस को केपेसीटर कहा जाता हैं। केपेसीटर एक बैटरी की तरह काम करता हैं। यह करंट को स्टोर करता है।
जिस प्रकार टंकी में स्टोर पानी को दुबारा निकाला जा सकता हैं। ठीक उसी प्रकार केपेसीटर में स्टोर किये गये आवेशो को भी दुबारा प्राप्त किया जा सकता हैं। केपेसीटर का काम विधुत ऊर्जा को एकत्रित करना व विधुत ऊर्जा को एकत्रित दुबारा प्रदान करना हैं।
कापसिटर किसे कहते है ?
धातु कि दो प्लेटो के बीच कोई कुचालक पदार्थ रखकर, प्लेटो में से एक-एक तार निकल दिया जाएँ तो इस तरह बने डिवाइस को केपेसीटर कहा जाता हैं। केपेसीटर एक बैटरी की तरह काम करता हैं। यह करंट को स्टोर करता है।
जिस प्रकार टंकी में स्टोर पानी को दुबारा निकाला जा सकता हैं। ठीक उसी प्रकार केपेसीटर में स्टोर किये गये आवेशो को भी दुबारा प्राप्त किया जा सकता हैं। केपेसीटर का काम विधुत ऊर्जा को एकत्रित करना व विधुत ऊर्जा को एकत्रित दुबारा प्रदान करना हैं।
- केपेसीटर के इस प्रक्रिया को केपेसीटर कि चार्जिंग-डिसचार्जिंग प्रक्रिया कहा जाता हैं।
- केपेसीटर के द्वारा विधुत को स्टोर करने कि क्षमता को केपेसीटर का केपेसिटेन्स कहते हैं।
- केपेसिटेन्स को "C" अक्षर से प्रदर्शित किया जाता हैं। केपेसिटेन्स को "F" Farad से मापा जाता हैं।
कैपसिटर का विभिन्न सर्किट में प्रयोग व् काम
- कैपसिटर मुख्य काम AC को पास करना व DC को रोकना होता हैं।
- यह ख़राब सिग्नल को रिजेक्ट एवं नए सिग्नल को उत्पन करता है
- सिग्नल फ़िल्टर करना l ( Non-Polar Capacitor )
- करंट फ़िल्टर करना एवं करंट को बूस्ट करना ( Polar Capacitor )
Polority के हिसाब से कैपसिटर दो तरह के होते हैं।
- Polorised Capacitor / Electrolytic - ऐसे कैपसिटर जिनमे negative और positive टर्मिनल होते हैं। Polorised Capacitor कहलाते हैं। इन Capacitor को circuit में लगाते समय नेगेटिव व पॉजिटिव का विशेष ध्यान रखना पड़ता हैं। यदि यह उलटे लगा दिए जाए तो यह गरम होकर फट जाते हैं।
- Non-Polarized Capacitor - ऐसे कैपसिटर जिनमे negative और positive टर्मिनल नहीं होते हैं। Non Polorised Capacitor कहलाते हैं। इन Capacitor चाहे जैसे लगा सकते हैं
किसी भी कैपेसिटर के कैपेसिटेन्स की इकाई फैराडे होती है फैराडे एक बहुत बड़ी इकाई है इसलिए इसकी कुछ छोटी इकाई इस्तेमाल की जाती है।
1 फैराडे = 103 मिली फैराडे
1 फैराडे = 106 माइक्रो फैराडे
1 फैराडे = 109 नैनो फैराडे
1 फैराडे = 1012 पिको फैराडे
कैपेसिटर्स का वर्गीकरण ( Classification of Capacitors)
कैपेसिटर्स का वर्गीकरण कार्य के आधार पर किया जाता है जो निम्न है।
1- स्थिर कैपेसिटर्स ( Fixed Capacitors) – जिन कैपेसिटर्स की कैपेसिटी स्थिर होती है अर्थात घटाई-बढाई नही जा सकती वे स्थिर कैपेसिटर्स कहलाते है, जैसे पेपर, माइक, इलेक्ट्रोलाइट आदि।
2- समायोजनीय कैपसिटर्स ( Adjustable Capacitors) -जिन कैपेसिटर्स की कैपेसिटी किसी स्क्रू-ड्राइवर की सहायता से परिवर्तित करके आवश्यक मान पर सैट की जा सकती है वे समायोजनीय कैपेसिटर्स कहलाते है, जैसे – ट्रिमर, पैडर, आदि।
3- परिवर्तनीय कैपेसिटर्स ( Variable Capacitors)- जिन कैपेसिटर्स का मान किसी शाफ़्ट द्वारा सरलता से उसके अधिकतम तथा न्यूनतम मान के बीच कही भी सैट किया जा सकता है। वे परिवर्तनीय कैपेसिटर कहलाते है। जैसे गैंग कैपेसिटर ।